A review by shaambhavipathak
रेत समाधि by Geetanjali Shree

1.0

लेखिका क्या लिखना चाहती हैं और क्या लिख रहीं हैं, इन दोनों में कोई समन्वय नहीं है. तकरीबन 50 पन्ने पढ़े हमने, और वो भी बड़े कष्ट से. इसके आगे हिम्मत नहीं हुई. पता नहीं कैसे बुकर पुरस्कार मिल गया. 3.8 की भी रेटिंग यहां पर कैसे है, समझ नहीं आता.